साजिश एक ऐसा शब्द है जो किसी की भी ज़िंदगी खराब कर सकता है। हमारी ज़िंदगी में भी बहुत सी साजिशे होती... साजिश एक ऐसा शब्द है जो किसी की भी ज़िंदगी खराब कर सकता है। हमारी ज़िंदगी में भी...
क्योंकि कुछ चीज़ों का कभी बँटवारा नहीं होता ! क्योंकि कुछ चीज़ों का कभी बँटवारा नहीं होता !
कभी कभी तो छातों से घर बना उसी के नीचे सो जाने की ज़िद्द थे करते कभी कभी तो छातों से घर बना उसी के नीचे सो जाने की ज़िद्द थे करते
मेरी यादों को मुझ तक पहुंचा दो, मेरी यादों को मुझ तक पहुंचा दो,
हर सांस में गिनती राम की हो तब साथ मिले रघुराम कहे। हर सांस में गिनती राम की हो तब साथ मिले रघुराम कहे।
कोई नहीं है अपनी, अपनों की हाय में लूट गयी हूँ। कोई नहीं है अपनी, अपनों की हाय में लूट गयी हूँ।